Friday, July 24, 2020

वेस्टिज – अब कभी नहीं करना है!!!


वेस्टिज – अब कभी नहीं करना है!!!

Vestige - Don't do ever!!!
मैंने अक्सर देखा है कि लोग वेस्टिज का प्लान देख कर, पढ़ कर या सुनने के बाद जब वेस्टिज के साथ जुड़ता है और पूरी मेह्नत से काम भी करते हैं तो सफल होते हैं परंतु ज्यादातर लोग ऐसे होते हैं जो थोड़े समय में ही हार मान लेते हैं और नेटवर्क मार्केटिंग या कम्पनी की बुराई करते हैं और फिर ना खुद काम करते हैं और ना दूसरों को करने की सलाह देते हैं
एक नेटवर्कर बड़ी श्रद्धा के साथ कंपनी के साथ जुड़ता है और फिर कुछ समय बाद वो उसे छोड़कर दूसरी कंपनी में चला जाता है या फिर नेटवर्क मार्केटिंग से ही दुर चला जाता है। ऐसे लोगों के लिये ही है ये पोस्ट। ऐसे हताश लोग यदि दूसरी कंपनी में भी जाते हैं तो भी वो नई कंपनी में भी सफल नहीं हो पाते हैं क्योंकि उनको नेटवर्क मार्केटिंग का बेसिक नियम ही नहीं पता होता है।
आपको पता होना चाहिये कि --- इस तरह बार-बार कंपनी, प्लान और श्रद्धा को बदलने से केवल हताशा ही हाथ लगेगी। आपको बस इतना ही करना है कि आप अपनी श्रद्धा में इमानदारी को पैदा करें क्योंकी नेटवर्क मार्केटिंग.... "इमानदारी" का ही दूसरा नाम ( रूप, और चेहरा ) है।
वैसे हम सभी ही ईमानदार हैं या ईमानदार बनने की कोशिश तो करते ही हैं, फिर भी हम ईमानदार साबित नहीं होते हैं। ऐसा क्यों होता है?
हम अपनी ज़िंदगी को लेकर सीरियस ज़रूर होते हैं...पर शायद उतना ईमानदार/सिरिअस नहीं हो पाते जितना कि हमें अपने कर्तव्य को लेकर होना चाहिए।
नेटवर्किंग मार्केटिंग से जुड़ने के बाद हम अक्सर यही सुनते हैं की रोज़ प्लान दिखाना चाहिए, रोज़ नये लोगों से मिलना चाहिए, कंपनी के प्लान और प्रॉडक्ट के बारे में अधिक से अधिक जानकारी लोगों तक पहुंचानी चाहिये।
क्या हम और आप यह ईमानदारी से कर पाते हैं? नहीं कर पाते हैं और कहीं न कहीं...कमी करते ही हैं और यही कारण है कि हम और आप सफल नहीं हो पाते हैं पर अपनी गलती को सुधारने की जगह दोष कंपनी या किसी और के माथे पर मढ़ कर खुद को ईमानदार साबित करने में लग जाते हैं
अगर हमारे कोई सीनियर जब हमसे पूछते हैं...तो हम यही जवाब देते हैं कि -- कल मैं बहुत थक गया था / थोड़ी तबियत सी ख़राब थी / मीटिंग ही कॅन्सल हो गई / बाइक का आक्सिडेंट हो गया था / घर में शादी थी / फादर को डॉक्टर के पास लेकर जाना पड़ा / रात को देर से सोया था / वाइफ की तबियत ख़राब थी / समय पर बस ही नहीं मिली / उधर बहुत जाम (Traffic) लगा हुआ था / जिसको बुलाया था वो आया ही नहीं / हमारे उधर बहुत तेज़ बारिश हो रही थी / बहुत तेज गर्मी थी / लू चल रही थी / बहुत ठंड थी / हमारे उधर घुटने - घुटने तक पानी भरा हुआ था/रीलेशन में तेहरवीं पर जाना पड़ गया...वगैरह-वगैरह। बहानो की कोई कमी थोड़े है हमारे और आपके पास।
पर जब हम ऐसा कर रहे होते हैं तो क्या हम वास्तव में अपनी जिम्मेदारी को पूरी ईमानदारी से निभा रहे हैं
ज़रा सा रूकें...और दोबारा से सोचें कि.....
जब हम खाना नहीं छोड़ते हैं, अखबार पढ़ना नहीं भूलते, हम TV देखना नहीं भूलते, हम सिनेमा देखना नहीं छोड़ते, कुछ हममें से ही हैं…जो सिगरेट पीना नहीं भूलते..तो क्या केवल हम काम के प्रति ही भूल करते हैं?
सच तो यह है की जिन सपनों को पूरा करने के लिए जिस काम को हमने चुना है, उसी के साथ ह्म बेईमानी करते हैं...तो क्या हम सफल हो सकते हैं?

बताईये... और अच्छे से सोच कर जवाब दीजिये...कि ऐसा हम क्यों करते हैं?
  • क्या हम ईमानदार नहीं हैं? नहीं...हम तो बिल्कुल ईमानदार हैं...!!!
  • क्या हम अपने काम को लेकर सीरियस नहीं हैं? नहीं...हम बिल्कुल सीरियस हैं...!!!
  • क्या हम अपने सपनों से दूर हो चुके हैं? नहीं...हम तो अपने सपनों के लिये ही जी रहे हैं...!!!
  • क्या हम नालायक हैं नहीं...बिल्कुल नहीं...!!! बल्कि हम तो सफल होने के लिये सब कुछ कर सकते हैं...!!!

तो फिर कहाँ हम से गलती रह जाती है...या गलत कर बैठते हैं कि हमारे पास ढेर सारे बहाने जन्म ले लेते हैं?
जिस तरह जीवन विकास के लिए मोटिवेशन ट्रैनिंग्स...और जीवन के लिये धर्म के अनुसार ध्यान को लेकर चर्चा है...आपको पता होगा की अक्सर ट्रैनिंग्स में "ध्यान" योगा के बारे में मोटिवेशन की बातें समझाई जाती हैं...यह मेडिटेशन कोई और नहीं बल्कि यही है..."काम करने का तरीक़ा"
"सब छोड़ दो ...पर ध्यान मत छोड़ो"। एक वक्त खाना नहीं खाने से... और एक रात ठीक से नहीं सोने से कोई फ़र्क नहीं पड़ेगा, एक दिन अख़बार नहीं पढ़ने से...अगले दिन समाचार नहीं बदलेंगे...वो वैसे ही रहेंगे...एक्सीडेंट/मर्डर/राजनीति सब कुछ वैसा ही चलेगा...जैसे चलना होता है। लेकिन अगर आप अपने कर्तव्य से भटक जाओगे तो सब कुछ बदल जायेगा और उल्टे रिज़ल्ट ही मिलेंगे।
दोस्तों नेटवर्क मार्केटिंग में सफलता केवल और केवल ध्यान/लगन का ही नतीजा है।
बस अपने कर्तव्य/ध्यान से ना भटकें...सफलता आपके लिये सारे दरवाज़े खोल देगी...जो आपके सारे सपने पुरे कर सकती है।
अक्सर हम अलग-अलग क्षेत्रों में ज़रा सी कोशिश करते हैं...पर किसी में सफलता नहीं मिलती है। अगर हम उसी कोशिश को एक ही क्षेत्र में लगातार करें तो क्या हमें उस क्षेत्र में सफलता नहीं मिलेगी?  --- बिल्कुल मिलेगी
नेटवर्कर भी जल्दी के चक्कर में हताश हो जाता है। वह मेहनत तो करता है, कोशिश भी करता हैपरन्तु कभी किसी कंपनी के लिये तो कभी किसी कंपनी के लियेबस ये सोचकर की जल्दी से मैं भी अमीर बन जाऊँ औरों की तरह और जब उसके हिसाब से सब नहीं चल रहा होता....तो बस वो...वह बेसब्रा हो जाता है, हताश हो जाता है, टूट जाता है, दुखी हो जाता है, परेशान सा रहने लगता है, मुंह उतर सा जाता है, चेहरे से मुस्कान गायब हो जाती है, औरों से कटा-कटा सा रहने लगता है, सेमिनार में आना बंद कर देता है, कंधे झुके-झुके से रहते हैं, किसी से आंखे मिलाकर बात नहीं करता, अपनी टीम के सदस्यों से कंपनी को लेकर बुराई करने लगता है, कंपनी के काम, उसके प्रोडक्ट पैकेज में बुराई निकाल कर अपनी ही टीम को लोगों को कंपनी के ख़िलाफ़ करने लगता है, अपने घर पर बुला कर अपनी ही टीम के लोगों को दूसरी कंपनी का प्लान दिखाता है...और उस कंपनी के लिये पॉज़िटिव करता है....क्योंकी उसे मालूम है की इन्हीं लोगों को... यहाँ से ले जाकर दूसरी कंपनी में अपने नीचे लगाऊँगा
ऐसा कर के वो अपने साथ साथ...दूसरों के सपनों को भी तोड देता हैन खूद जल्दबाज़ी में क़मा पाता है…न ही अपनी टीम के लोगों को कमाने देता हैऐसे नेटवर्कर को आप अलग से पहचान सकते हैं
मेरे प्यारे दोस्तों...नेटवर्क मार्केटिंग भी एक (System) सिस्टम है...जहाँ लगातार कोशिश और मेहनत की ज़रूरत है। मगर ध्यान देने वाली बात यह है कि रिजल्ट (Result) मिलने तक उस कंपनी और प्लान पर ही टिके रहें...और अपना ध्यान न खोयें...!! बस लगे रहें...!!!
Network Marketing एक लंबे समय की प्लानिंग हैमैं आप सब नेटवर्क मार्केटिंग के दोस्तों को यह सलाह देना चाहता हूँ की आप इसे भूलकर भी शॉर्ट टाइम के लिये न चुनें क्योंकि अक्सर नेटवर्कर जल्दी रिज़ल्ट के चक्कर में इस इंडस्ट्री में क़दम रखते हैं और उसे कोई फायदा नहीं होताअगर बुनियादी (शुरुआती) सोच ही गलत होगी तो उस पर खड़ी होने वाली इमारत भी कमज़ोर ही होगी। जब एक नेटवर्कर यही सोचकर नेटवर्क मार्केटिंग में उतरता है कि बस जल्दी से लखपति और करोड़पति बनना है......तो यही सोच एक ख़तरनाक सोच बन जाती है और उस पर कुछ नहीं टिक सकताउदाहरण के लिए यदि एक नेटवर्कर किसी कंपनी में ज्वाईन (Join) होने के बाद केवल चार - छ: महीनों में रिज़ल्ट न मिलने पर दूसरी कंपनी ज्वाईन कर लेता है….तो क्या गारंटी है की वो दूसरी कंपनी में टिक पायेगा....और वो तीसरी कंपनी के बारे में नहीं सोचेगा....फिर वह चौथी कंपनी के बारे में जानकारी लेगा....और उसे भी ज्वाईन कर लेगा....इस तरह से वह केवल एक से दो साल के अंदर-अंदर कई सारी कम्पनियों में जुड़कर आखिर हताश हो जायेगा....और अपनी फेस वॅल्यू (Face Value) खो देगा
दुनिया में हर चीज़ के साथ एक नियम है....नेटवर्किंग का भी एक नियम है....जब तक नेटवर्कर...नेटवर्किंग के नियमों को जान नहीं पाता तब तक उसके साथ कई दुविधाएँ हो सकती हैंयह तो हम सभी जानते है की सिर्फ एक बार बारिश होने से नदी में पानी नहीं भरता न ही बाढ़ आती हैपढ़ाई में एक क्लास से दूसरी क्लास में जाने के लिए सिर्फ एक बार के exam (इम्तिहान) देने से पास नहीं हो सकते हैंधावक एक छलांग लगा देने से कई किलोमीटर की दूरी नहीं पार कर सकता है...तो फिर नेटवर्किंग में यह कैसे संभव हो सकता है??
नेटवर्क मार्केटिंग कोई जादू की छड़ी नहीं है...जहां आपने कहा...आबरा का डाबरा...गिली गिली...छू....और आप लखपति और करोड़पति बन जायेंगे

==========================
अधिक जानकारी के लिये सम्पर्क करे--
अह्मद - 8580120206

यदि  आपने अभी तक वेस्टिज  ज्वाइन नहीं किया है तो वेस्टीज के सिस्टम में अपना फ्री रेजिस्ट्रेशन करने के लिए पहले प्ले स्टोर से वेस्टीज की एप्पलीकेशन डाउनलोड करें....  


और फिर.... साइनअप पर क्लिक कर के

रेफरल कोड : REF390F8B9
या
अप लाइन आईडी : 59832505

और अन्य डिटेल्स डाल कर रजिस्टर करें। रजिस्ट्रेशन करने में यदि कोई दिक्कत आ रहा हो तो आप मुझे व्हाट्सएप्प पर ये जानकारी WhatsApp (8580120206) के माध्यम से दें.... ताकि मैं आपकी आईडी जेनेरेट कर सकूँ :-
  • 1. Name (नाम)
  • 2. Mobile Number (मोबाइल नंबर)
  • 3. Email ID (इमेल आइ डी)
  • 4. Date of Birth (जन्म कीं तारीख)
  • 5. Address (पुरा पता)
  • 6. Aadhar card - Both Side  (आधार कार्ड का फोटो - दोनों तरफ का)

रजिस्ट्रेशन हो जाने पर आपका आईडी और पासवर्ड आपको SMS के माध्यम से आएगा।


Thursday, April 23, 2020

वेस्टिज से जुड़ने के बाद क्या करें?

हमारे-आपके तरह ही एक आदमी था, जो कि क्रिकेट का बहुत बड़ा प्रेमी भी था। एक बार की बात है, वर्ल्ड कप का फाइनल था, जिसमें भारत और पाकिस्तान के बीच मैच होना था परन्तु उसी दिन उसे एक अर्जेंट मिटिंग के लिए ऑफिस से बुलावा आ गया। नौकरी थी, तो जाना ही पड़ा पर उसने अपनी पत्नी को सारा मैच रिकार्ड करने को बोल दिया और खास निर्देश दिया कि उससे मैच के रिजल्ट बारे में कोई बात नहीं किया जाय कि मैच में क्या हुआ क्योंकि वो मैच का पूरा मजा लेना चाहता था। 

उसने पूरे दिन ऑफिस में भी किसी से क्रिकेट की बात नहीं की, सारे रास्ते भी उसने मैच के बारे में किसी से बात नहीं की और यदि उसे लगता कि कोई मैच की बात कर रहा है तो वो उधर अपना कान ही नहीं दे रहा था या फिर वहां से वह हट जाता था।

परन्तु रात में घर लौटते समय बस में ही किसी ने क्रिकेट की बात निकाल दी और यह भी कह दिया कि भारत आज छः विकेट से मैच जीत गया। उसके सारे मेहनत पर पानी फीर गया, लेकिन किया भी क्या जा सकता था। उसने मन ही मन उस बताने वाले को दुनिया भर की गालियां दी और फिर अपने घर पहुंच कर रिकाॅर्डिंग देखने बैठ गया।

उसने क्या देखा कि -

पाकिस्तान की पहली बाॅल और इंडिया का एक विकेट आऊट।
पाकिस्तान की दूसरी बाॅल और इंडिया का एक और विकेट आऊट।
पाकिस्तान की तीसरी बाॅल और इंडिया का एक और विकेट आऊट।
पाकिस्तान की चैथी बाॅल और इंडिया का एक और विकेट आऊट।
पाकिस्तान की पाँचवी बाॅल और इंडिया का एक और विकेट आऊट।

वर्ल्ड कप के फाइनल में पहले ही ओवर के पाँच बाॅल पर पाँच विकेट जाने से कोई भी भारतीय क्रिकेट प्रेमी के दिल की धड़कन तक रूकने का खतरा होता है पर वो व्यक्ति बिल्कुल भी परेशान नहीं था, वो मुस्कुरा रहा था क्योकि उसे पता था कि अब कोई और विकेट नहीं गिरेगा और भारत अब धुंवेधार बल्लेबाजी करेगा, जिससे कि भारत जीत जाएगा।

उसके मुस्कुराने और ना घबराने की एक ही वजह थी, वो ये कि ना चाहते हुए भी उसको मैच का रिजल्ट पहले ही पता चल चुका था।

जब रिजल्ट पहले ही पता हो तो फिर डर कैसा?

लेकिन मैने देखा कि ऐसा नहीं हो रहा है और तभी मुझे इस पर बात करना पड़ रहा है। तो बात यह है कि:-

हम आपसे मिलते हैं और आपको पूरा प्रजेंटेशन भी दिखाते हैं। वेस्टिज का पूरा बिजनेस प्लान भी समझाते हैं। आप अपने स्तर से कुछ सवाल भी पूछते हैं, जिसका जवाब देकर हम आपको पूरी तरह से संतुष्ट भी कर देते हैं। आपका भी मन बन जाता है कि - हाँ, वेस्टिज बढ़िया बिजनेस है। आप भी इसे करना चाहते हैं और अपने सपनों को वेस्टिज से पूरा होते हुए देखना चाहते हैं। 

आपको सबकुछ बता कर हम अपने घर आ जाते हैं, इस उम्मीद पर कि आप एक-दो दिन में हमारे साथ जूड़ कर हमारी टीम का हिस्सा बनेंगे और आप हमारी टीम का एक मजबूत पीलर बन कर अपने सपनों को भी आप पूरा करेंगे।

आप भी मौका मिलते ही अपने साथियों और परिचितों से मिलकर जल्दी से जल्दी उनको प्लान बताकर अपना टीम बनाने की कोशिश करने में लग जाते हैं और यहीं हो जाता है सारा काम खराब। जहाँ तीन-चार लोगों ने आपका मजाक बनाया या जूड़ने से मना कर दिया, आपका सारा विश्वास ही खत्म हो जाता है, इस सिस्टम के प्रति। जबकि यह सिस्टम वैसा ही है जैसा आपने देखा और समझा होता है। आपको लगता है कि वाह कितना आसान है सबकुछ। लोगों को बिजनेस प्लान बताओ और 2-4 महिनों में ही लाईफ सेट। आप बिल्कुल ही सही हैं, ये सबकुछ इतना ही आसान है परन्तु वेस्टिज में लोगों की सोच को बदलने के लिए काम करना होता है। उनकी वो सोच जो पहले किसी ना किसी बेवकुफ बनाने वाली कंपनी के कारण बदल चुकी है और खराब हो चूकी है।

एक बात बताईये कि हमसे मिलने से पहले या बाद में जब आपको यह पता चला कि ये नेटवर्क मार्केटिंग है, तब क्या आप बहुत खुश हुए थे? आपको ये बिजनेस तब पशंद आया जबकि आपको पूरा बिजनेस प्लान बताया गया। इसके सारे इन-आऊट आपको बताये गये। ऐसे में आपका यह सोचना कि आप किसी को भी बिजनेस प्लान बताईयेगा और फटाफट आपका काम हो जायेगा, आपका टीम तैयार हो जायेगा ये एक गलत धारणा है। आपको धीरज के साथ लोगों की सोच बदलने का काम करना है, उनको इस बिजनेस को समझाना है ना कि उनकी गलत सोच के कारण अपना फैसला बदलना है।

जब आपको प्लान बताया जाय, तो इस बिजनेस में यदि आप सच में ही इसमें कामयाब होना चाहते हैं तो आपको ये काम जरूर करने होंगेः-

1. अगले तीन से चार दिन तक आप किसी से भी इस बिजनेस की बात ना करें।

आपको करना ये है कि आप इन तीन-चार दिनों में वेस्टिज कंपनी पर पूरा रिसर्च किजिए और इसमें अपने अपलाईन की पूरी मदद लें। वो आपको इस बिजनेस को समझने में आपकी पूरी मदद करेंगे। आपको इन तीन-चार दिनों में इस बिजनेस से संबंधित सारी जानकारी ले लेनी है। विशेषकर प्लान बताने से पहले या बाद में आपसे जो सवाल होंगे या आपको जो जवाब दिया जायेगा, उसके लिए आपको पूरी तरह तैयार होना पड़ेगा।

बिना अपने अस्त्र-शस्त्र लिये यदि आप मैदान में कूद जायेंगे तो हार तो पक्की ही है। आपका सारा हौसला चार लोगों से बात करने में ही खत्म हो जायेगा। ये सिर्फ आपकी हार नहीं होती है, आपके हाथ से एक सुनहरा भविष्य छूट जाता है। यहां आपके परिवार के सपनों की भी हार हो जाती है, आपके आने वाली पीढ़ियों तक के सपनों की हार हो जाती है। इतना बड़ा और महान चीज आपके हाथों में आकर भी युँ ही फिसल जाता है।

जब आप फिल्ड में निकलेंगे तो यही सब सुनने को मिलेगा कि -
  • अबे कहाँ फंस गया तू?
  • कोई और काम नहीं मिला तुमको?
  • ऐसा बहुत कंपनी आया और गया?
  • हम पहले भी फंस चूके हैं, अब दुबारा मत फंसाओ।
  • आदि आदि....
ये सब बातें सूनकर आपको भी यह लगने लगता है कि कहीं आपने किसी गलत काम में तो हाँथ नहीं डाल दिया और यहीं से आप कमजोर हो जाते हैं। वेस्टिज का सिस्टम कहीं से भी गलत नहीं है, पर आपके विश्वास में कमी की वजह से ही आप कमजोर पड़ जाते हैं। परन्तु सिस्टम पर जो विश्वास चाहिए वह आपके अंदर कहां से आएगा? विश्वास हमेंशा आपके अंदर से आता है और जिसका आधार होगा आपका वो तीन-चार दिनों का इस सिस्टम के ऊपर किया गया रिसर्च। जब आप वेस्टीज के सिस्टम को जानेंगे तो आपको यह पता चल जायेगा कि........

(1) यदि आप इस बिजनेस और अपने अपलाईन पर भरोशा करें तो आप जरूर सफल होंगे और आपकी सफलता के रास्ते में आने वाले हर मुस्किल को आप आसानी से पार कर लेंगे।

(2) वेस्टिज ही है, जो कि असली नेटवर्क मार्केटिंग कम्पनी है। इसका प्रोडक्ट, प्राईस और बिजनेस प्लान हमें सफल बनाने के लिए है ना कि हमें लूटने और बेवकुफ बनाने के लिए है।

(3) इस सिस्टम से जूड़कर लाखों लोग आज सफलता का मजा ले रहे हैं।

(4) इस सिस्टम से जूड़कर स्टुडेंट से लेकर अनपढ़ तक ने अपना भविष्य संवारा है।

(5) यह सिस्टम ऐसा है कि इस पर जिसने भी भरोशा किया, वह सफल हो जाता है।

(6) जब सबकुछ अच्छा है तो फिर लोग आपके साथ भला काम क्यों नहीं करेंगे।

जब आप पूरा सिस्टम समझ लें और आपको इस पर पूरा भरोशा हो जाय, तभी आप इसके बारे में लोगों से बात करना शुरू करें और कोई आपसे निगेटिव बात करे तो उसका उचित जवाब दें। पर आपको यह ध्यान देना होगा कि आपको लोगों से बात करनी है ना कि उनसे बहस करना है। बहस में आप जीत भी जायेंगे तो भी अगला आदमी शायद आपके साथ काम ना करे, जबकि यदि आप उनसे बात करके उनको सारा सिस्टम सही से समझा देंगे तो शायद वो आपके साथ काम करने को राजी हो जायें। आपको बड़े ही धैर्य के साथ लोगों को सबकुछ समझाना होता है।

इस सफर के दौरान किसी भी समय आपको लगे कि आपने एक गलत काम को चून लिया है तो फिर ठहर जायें और फिर आप उसपर रिसर्च करें। गुगल तो है ही आपके पास। आपको तो पता ही है कि जो कोई नहीं जानता है, वो गुगल जानता है। आप उसका इस्तेमाल करें। आपने ये किया तो आप खुद ही अपने डर को निकाल फेकेंगे। इतना भी करने का मन ना हो तो आप मुझसे किसी भी समय बात करके अपनी सोच को डिस्कस कर लें। मैं आपको सही राय दुंगा वो भी सही सबुत के साथ। आप लोगों की ना सुने, अपना भी ना सुने सिर्फ और सिर्फ फैक्टस पर भरोशा करें। जो देखें सिर्फ उसपर भरोशा करें ना कि जो सुने उसपर। 

लोगों की गलत सोच को अपने ऊपर हावी ना होने दें क्योंकि आपको ये पता है कि आपके लिए यह काम कितना जरूरी है, दुसरे तो बस बिना किसी आधार के ही बात करते हैं। जब आपसे कोई ये कहे कि बेकार काम है तो आप पूछे कि क्यों? इसके बदले में उनका जवाब सुनकर ही आपको पता चल जायेगा कि उनके पास कोई भी आधार नहीं है। यदि सामने वाला इस काम के पावर को समझता तो आपसे पहले वो ही इसे करता हुआ नजर आता।

कुछ लोग आपको ऐसे भी मिलेंगे, जो कहेंगे कि हमने पहले भी ऐसा किया हुआ है या ऐसा कम्पनी तो रोज आता-जाता है। आपको तो पता है ही कि ये 14 साल पूरानी कम्पनी है, 1200 करोड़ से ज्यादा का बिजनेस कर रही है, हर साल पिछले साल से बढ़ कर ही काम हो रहा है, भारतीय होने के बावजूद भी 5 देशों में काम हो रहा है और जल्दी ही अन्य देशों में भी शुरू होने का तैयारी है। ये सब कोई छोटी बात नहीं है। इस सफलता का कारण कम्पनी का प्लान और प्रोडक्ट ही है। सामने वाले को भले ही नहीं पता, पर आपने तो देखा और समझा है कि इसमें काम करने के कितने फायदे हैं। इसमें बेवकुफ बनने और बनाने वाला कुछ भी नहीं है इसलिए आपको दूसरों को सुनाना है ना की उनका सुनना है।

मैंने इसे देखा-समझा तो मुझे समझ आ गया, आपने इसे देखा-समझा तो आपको यह पशंद आया और आगे जो भी इसे देखेगा और समझने की कोशिश करेगा उसको भी ये पशंद आ जायेगा। पर यदि कोई इसे देखना ही ना चाहे, समझना ही ना चाहे तो फिर उसका कुछ नहीं हो सकता है। सीधी सी बात है, उनको छोड़े और आगे बढ़ें। 125 करोड़ की जनसंख्या वाले देश में आपके पास समय कहां है कि एक आदमी की हाँ या ना के लिए इंतजार करते रहें।

क्या ऐसा कभी नहीं हुआ कि आप कहीं इंटरव्यू के लिए गए हों और आपका सेलेक्शन नहीं हुआ हो? तो क्या आप जीवन में फिर कभी इंटरव्यू ही नहीं देंगे?

क्या ऐसा नहीं होता है कि लोग शादी करते हैं और आपस में ना बन पाने के कारण तलाक लेकर अलग हो जाते हैं, तो क्या दुसरे लोगों को शादी नहीं करनी चाहिए?

क्या कभी आपने देखा है कि लोग किसी कपड़े की दुकान में जाते हैं और बीसियों कपड़े देखने के बाद भी बिना कोई कपड़ा लिए वहां से निकल जाते हैं, तो क्या उस दुकान वाले को अपना शटर बन्द कर देना चाहिए।

बिल्कुल भी नहीं। आप जब फिल्ड में इस बिजनेस को लेकर निकलेंगे और दस लोगों से बात करेंगे तो उसमें से एक-दो ही आपके काम का होगा जो आपकी बात समझने की कोशिश करेगा और सबकुछ सही लगे तो आपके साथ काम भी करना चाहेगा। बाकी के 8-9 लोग भी आपके साथ ही काम करेंगे, उनकी चिंता आपको नहीं करना है। वो 9 लोग आपके साथ तब काम करेंगे जब आपका इस बिजनेस से इंकम आने लगेगा। इसलिए उन 9 की चिंता ना करें और आगे बढ़ते रहें। जिसे भी आपने सही से प्लान बता दिया वो आपके साथ काम करेगा ही करेगा। अभी तुरंत कर सकता है या फिर तब जब आप सफल हो जायें। आप बस सिस्टम पर भरोशा किजिए और काम शुरू कर दिजिए। जितने ज्यादा लोगों से आप बात करेंगे, आपकी सफलता के चांस उतने ही ज्यादा होंगे और उतनी ही जल्दी आपकी टीम तैयार हो जायेगी।

आप ये जानकारी मेरे ब्लॉग पर पढ़ रहे हैं। मैंने ये बनाया ही अपनी टीम के लिए है ताकि उनको सबकुछ समझाना आसान हो जाय। अगले तीन दिनों में यहाँ दिए हुवे अन्य टॉपिक भी पढ़ना और समझना है और उसके बाद ही काम सुरु करना है :---






















दिवाली की असली बधाई

यदि  आपने अभी तक वेस्टिज  ज्वाइन नहीं किया है तो वेस्टीज के सिस्टम में अपना फ्री रेजिस्ट्रेशन करने के लिए पहले प्ले स्टोर से वेस्टीज की एप्पलीकेशन डाउनलोड करें....  


और फिर.... साइनअप पर क्लिक कर के

रेफरल कोड : REF390F8B9      या      अप लाइन आईडी : 59832505

और अन्य डिटेल्स डाल कर रजिस्टर करें। रजिस्ट्रेशन करने में यदि कोई दिक्कत आ रहा हो तो आप मुझे व्हाट्सएप्प पर ये जानकारी Whatsapp (8580120206) के माध्यम से दें.... ताकि मैं आपकी आईडी जेनेरेट कर सकूँ :-
  • 1. Name (नाम)
  • 2. Mobile Number (मोबाइल नंबर)
  • 3. Email ID (इमेल आइ डी)
  • 4. Date of Birth (जन्म कीं तारीख)
  • 5. Address (पुरा पता)
  • 6. Aadhar card - Both Side  (आधार कार्ड का फोटो - दोनों तरफ का)
रजिस्ट्रेशन हो जाने पर आपका आईडी और पासवर्ड आपको SMS के माध्यम से आएगा।