Friday, July 24, 2020

वेस्टिज – अब कभी नहीं करना है!!!


वेस्टिज – अब कभी नहीं करना है!!!

Vestige - Don't do ever!!!
मैंने अक्सर देखा है कि लोग वेस्टिज का प्लान देख कर, पढ़ कर या सुनने के बाद जब वेस्टिज के साथ जुड़ता है और पूरी मेह्नत से काम भी करते हैं तो सफल होते हैं परंतु ज्यादातर लोग ऐसे होते हैं जो थोड़े समय में ही हार मान लेते हैं और नेटवर्क मार्केटिंग या कम्पनी की बुराई करते हैं और फिर ना खुद काम करते हैं और ना दूसरों को करने की सलाह देते हैं
एक नेटवर्कर बड़ी श्रद्धा के साथ कंपनी के साथ जुड़ता है और फिर कुछ समय बाद वो उसे छोड़कर दूसरी कंपनी में चला जाता है या फिर नेटवर्क मार्केटिंग से ही दुर चला जाता है। ऐसे लोगों के लिये ही है ये पोस्ट। ऐसे हताश लोग यदि दूसरी कंपनी में भी जाते हैं तो भी वो नई कंपनी में भी सफल नहीं हो पाते हैं क्योंकि उनको नेटवर्क मार्केटिंग का बेसिक नियम ही नहीं पता होता है।
आपको पता होना चाहिये कि --- इस तरह बार-बार कंपनी, प्लान और श्रद्धा को बदलने से केवल हताशा ही हाथ लगेगी। आपको बस इतना ही करना है कि आप अपनी श्रद्धा में इमानदारी को पैदा करें क्योंकी नेटवर्क मार्केटिंग.... "इमानदारी" का ही दूसरा नाम ( रूप, और चेहरा ) है।
वैसे हम सभी ही ईमानदार हैं या ईमानदार बनने की कोशिश तो करते ही हैं, फिर भी हम ईमानदार साबित नहीं होते हैं। ऐसा क्यों होता है?
हम अपनी ज़िंदगी को लेकर सीरियस ज़रूर होते हैं...पर शायद उतना ईमानदार/सिरिअस नहीं हो पाते जितना कि हमें अपने कर्तव्य को लेकर होना चाहिए।
नेटवर्किंग मार्केटिंग से जुड़ने के बाद हम अक्सर यही सुनते हैं की रोज़ प्लान दिखाना चाहिए, रोज़ नये लोगों से मिलना चाहिए, कंपनी के प्लान और प्रॉडक्ट के बारे में अधिक से अधिक जानकारी लोगों तक पहुंचानी चाहिये।
क्या हम और आप यह ईमानदारी से कर पाते हैं? नहीं कर पाते हैं और कहीं न कहीं...कमी करते ही हैं और यही कारण है कि हम और आप सफल नहीं हो पाते हैं पर अपनी गलती को सुधारने की जगह दोष कंपनी या किसी और के माथे पर मढ़ कर खुद को ईमानदार साबित करने में लग जाते हैं
अगर हमारे कोई सीनियर जब हमसे पूछते हैं...तो हम यही जवाब देते हैं कि -- कल मैं बहुत थक गया था / थोड़ी तबियत सी ख़राब थी / मीटिंग ही कॅन्सल हो गई / बाइक का आक्सिडेंट हो गया था / घर में शादी थी / फादर को डॉक्टर के पास लेकर जाना पड़ा / रात को देर से सोया था / वाइफ की तबियत ख़राब थी / समय पर बस ही नहीं मिली / उधर बहुत जाम (Traffic) लगा हुआ था / जिसको बुलाया था वो आया ही नहीं / हमारे उधर बहुत तेज़ बारिश हो रही थी / बहुत तेज गर्मी थी / लू चल रही थी / बहुत ठंड थी / हमारे उधर घुटने - घुटने तक पानी भरा हुआ था/रीलेशन में तेहरवीं पर जाना पड़ गया...वगैरह-वगैरह। बहानो की कोई कमी थोड़े है हमारे और आपके पास।
पर जब हम ऐसा कर रहे होते हैं तो क्या हम वास्तव में अपनी जिम्मेदारी को पूरी ईमानदारी से निभा रहे हैं
ज़रा सा रूकें...और दोबारा से सोचें कि.....
जब हम खाना नहीं छोड़ते हैं, अखबार पढ़ना नहीं भूलते, हम TV देखना नहीं भूलते, हम सिनेमा देखना नहीं छोड़ते, कुछ हममें से ही हैं…जो सिगरेट पीना नहीं भूलते..तो क्या केवल हम काम के प्रति ही भूल करते हैं?
सच तो यह है की जिन सपनों को पूरा करने के लिए जिस काम को हमने चुना है, उसी के साथ ह्म बेईमानी करते हैं...तो क्या हम सफल हो सकते हैं?

बताईये... और अच्छे से सोच कर जवाब दीजिये...कि ऐसा हम क्यों करते हैं?
  • क्या हम ईमानदार नहीं हैं? नहीं...हम तो बिल्कुल ईमानदार हैं...!!!
  • क्या हम अपने काम को लेकर सीरियस नहीं हैं? नहीं...हम बिल्कुल सीरियस हैं...!!!
  • क्या हम अपने सपनों से दूर हो चुके हैं? नहीं...हम तो अपने सपनों के लिये ही जी रहे हैं...!!!
  • क्या हम नालायक हैं नहीं...बिल्कुल नहीं...!!! बल्कि हम तो सफल होने के लिये सब कुछ कर सकते हैं...!!!

तो फिर कहाँ हम से गलती रह जाती है...या गलत कर बैठते हैं कि हमारे पास ढेर सारे बहाने जन्म ले लेते हैं?
जिस तरह जीवन विकास के लिए मोटिवेशन ट्रैनिंग्स...और जीवन के लिये धर्म के अनुसार ध्यान को लेकर चर्चा है...आपको पता होगा की अक्सर ट्रैनिंग्स में "ध्यान" योगा के बारे में मोटिवेशन की बातें समझाई जाती हैं...यह मेडिटेशन कोई और नहीं बल्कि यही है..."काम करने का तरीक़ा"
"सब छोड़ दो ...पर ध्यान मत छोड़ो"। एक वक्त खाना नहीं खाने से... और एक रात ठीक से नहीं सोने से कोई फ़र्क नहीं पड़ेगा, एक दिन अख़बार नहीं पढ़ने से...अगले दिन समाचार नहीं बदलेंगे...वो वैसे ही रहेंगे...एक्सीडेंट/मर्डर/राजनीति सब कुछ वैसा ही चलेगा...जैसे चलना होता है। लेकिन अगर आप अपने कर्तव्य से भटक जाओगे तो सब कुछ बदल जायेगा और उल्टे रिज़ल्ट ही मिलेंगे।
दोस्तों नेटवर्क मार्केटिंग में सफलता केवल और केवल ध्यान/लगन का ही नतीजा है।
बस अपने कर्तव्य/ध्यान से ना भटकें...सफलता आपके लिये सारे दरवाज़े खोल देगी...जो आपके सारे सपने पुरे कर सकती है।
अक्सर हम अलग-अलग क्षेत्रों में ज़रा सी कोशिश करते हैं...पर किसी में सफलता नहीं मिलती है। अगर हम उसी कोशिश को एक ही क्षेत्र में लगातार करें तो क्या हमें उस क्षेत्र में सफलता नहीं मिलेगी?  --- बिल्कुल मिलेगी
नेटवर्कर भी जल्दी के चक्कर में हताश हो जाता है। वह मेहनत तो करता है, कोशिश भी करता हैपरन्तु कभी किसी कंपनी के लिये तो कभी किसी कंपनी के लियेबस ये सोचकर की जल्दी से मैं भी अमीर बन जाऊँ औरों की तरह और जब उसके हिसाब से सब नहीं चल रहा होता....तो बस वो...वह बेसब्रा हो जाता है, हताश हो जाता है, टूट जाता है, दुखी हो जाता है, परेशान सा रहने लगता है, मुंह उतर सा जाता है, चेहरे से मुस्कान गायब हो जाती है, औरों से कटा-कटा सा रहने लगता है, सेमिनार में आना बंद कर देता है, कंधे झुके-झुके से रहते हैं, किसी से आंखे मिलाकर बात नहीं करता, अपनी टीम के सदस्यों से कंपनी को लेकर बुराई करने लगता है, कंपनी के काम, उसके प्रोडक्ट पैकेज में बुराई निकाल कर अपनी ही टीम को लोगों को कंपनी के ख़िलाफ़ करने लगता है, अपने घर पर बुला कर अपनी ही टीम के लोगों को दूसरी कंपनी का प्लान दिखाता है...और उस कंपनी के लिये पॉज़िटिव करता है....क्योंकी उसे मालूम है की इन्हीं लोगों को... यहाँ से ले जाकर दूसरी कंपनी में अपने नीचे लगाऊँगा
ऐसा कर के वो अपने साथ साथ...दूसरों के सपनों को भी तोड देता हैन खूद जल्दबाज़ी में क़मा पाता है…न ही अपनी टीम के लोगों को कमाने देता हैऐसे नेटवर्कर को आप अलग से पहचान सकते हैं
मेरे प्यारे दोस्तों...नेटवर्क मार्केटिंग भी एक (System) सिस्टम है...जहाँ लगातार कोशिश और मेहनत की ज़रूरत है। मगर ध्यान देने वाली बात यह है कि रिजल्ट (Result) मिलने तक उस कंपनी और प्लान पर ही टिके रहें...और अपना ध्यान न खोयें...!! बस लगे रहें...!!!
Network Marketing एक लंबे समय की प्लानिंग हैमैं आप सब नेटवर्क मार्केटिंग के दोस्तों को यह सलाह देना चाहता हूँ की आप इसे भूलकर भी शॉर्ट टाइम के लिये न चुनें क्योंकि अक्सर नेटवर्कर जल्दी रिज़ल्ट के चक्कर में इस इंडस्ट्री में क़दम रखते हैं और उसे कोई फायदा नहीं होताअगर बुनियादी (शुरुआती) सोच ही गलत होगी तो उस पर खड़ी होने वाली इमारत भी कमज़ोर ही होगी। जब एक नेटवर्कर यही सोचकर नेटवर्क मार्केटिंग में उतरता है कि बस जल्दी से लखपति और करोड़पति बनना है......तो यही सोच एक ख़तरनाक सोच बन जाती है और उस पर कुछ नहीं टिक सकताउदाहरण के लिए यदि एक नेटवर्कर किसी कंपनी में ज्वाईन (Join) होने के बाद केवल चार - छ: महीनों में रिज़ल्ट न मिलने पर दूसरी कंपनी ज्वाईन कर लेता है….तो क्या गारंटी है की वो दूसरी कंपनी में टिक पायेगा....और वो तीसरी कंपनी के बारे में नहीं सोचेगा....फिर वह चौथी कंपनी के बारे में जानकारी लेगा....और उसे भी ज्वाईन कर लेगा....इस तरह से वह केवल एक से दो साल के अंदर-अंदर कई सारी कम्पनियों में जुड़कर आखिर हताश हो जायेगा....और अपनी फेस वॅल्यू (Face Value) खो देगा
दुनिया में हर चीज़ के साथ एक नियम है....नेटवर्किंग का भी एक नियम है....जब तक नेटवर्कर...नेटवर्किंग के नियमों को जान नहीं पाता तब तक उसके साथ कई दुविधाएँ हो सकती हैंयह तो हम सभी जानते है की सिर्फ एक बार बारिश होने से नदी में पानी नहीं भरता न ही बाढ़ आती हैपढ़ाई में एक क्लास से दूसरी क्लास में जाने के लिए सिर्फ एक बार के exam (इम्तिहान) देने से पास नहीं हो सकते हैंधावक एक छलांग लगा देने से कई किलोमीटर की दूरी नहीं पार कर सकता है...तो फिर नेटवर्किंग में यह कैसे संभव हो सकता है??
नेटवर्क मार्केटिंग कोई जादू की छड़ी नहीं है...जहां आपने कहा...आबरा का डाबरा...गिली गिली...छू....और आप लखपति और करोड़पति बन जायेंगे

==========================
अधिक जानकारी के लिये सम्पर्क करे--
अह्मद - 8580120206

यदि  आपने अभी तक वेस्टिज  ज्वाइन नहीं किया है तो वेस्टीज के सिस्टम में अपना फ्री रेजिस्ट्रेशन करने के लिए पहले प्ले स्टोर से वेस्टीज की एप्पलीकेशन डाउनलोड करें....  


और फिर.... साइनअप पर क्लिक कर के

रेफरल कोड : REF390F8B9
या
अप लाइन आईडी : 59832505

और अन्य डिटेल्स डाल कर रजिस्टर करें। रजिस्ट्रेशन करने में यदि कोई दिक्कत आ रहा हो तो आप मुझे व्हाट्सएप्प पर ये जानकारी WhatsApp (8580120206) के माध्यम से दें.... ताकि मैं आपकी आईडी जेनेरेट कर सकूँ :-
  • 1. Name (नाम)
  • 2. Mobile Number (मोबाइल नंबर)
  • 3. Email ID (इमेल आइ डी)
  • 4. Date of Birth (जन्म कीं तारीख)
  • 5. Address (पुरा पता)
  • 6. Aadhar card - Both Side  (आधार कार्ड का फोटो - दोनों तरफ का)

रजिस्ट्रेशन हो जाने पर आपका आईडी और पासवर्ड आपको SMS के माध्यम से आएगा।